Saturday, October 25, 2014

You Tube से विडियो डाउनलोड करना wo bi ONLINE....... 4 आसान तरीके

1.

कई बार हम यू ट्यूब पर कोई उपयोगी वीडियो देखने लगते हैं ,तो इसके बफरिंग करने की वजह से परेशान हो जाते हैं.और आखिर वो वीडियो देखना ही छोड़ देते हैं.यू ट्यूब ऐसी वेबसाईट है जहाँ पर हर तरह के वीडियोज देखने को मिल जाते हैं.ख़ास कर ब्लोगिंग टिप्स,और कंप्यूटर की समस्याओं के समाधान आपको वीडियो में देखने को भी मिल जाते हैं.ऐसे में जब की हम यू ट्यूब पर वीडियो देख रहे हों ,और ये बहुत ज्यादा बफरिंग करे ,यानि रुक रुक कर चले तो हमारा मूड ऑफ़ हो जाता है.




कुछ विडियो हमे इतने पसंद आजाते है की हम उन्हें डाउनलोड करके रोजाना देखना चाहते है । ज्यादातर विडियो को लोड करने के लिए हम फ्री साइट्स का इस्तेमाल करते हैं लेकिन कुछ विडियो सिर्फ और सिर्फ youtube पर ही मिलते है दूसरी साइट्स पर नहीं अगर मिल भी जाते है तो उन्हें ढूँढना बहुत मुश्किल हो जाता है या फिर बेहद घटिया क्वालिटी में हमे मिलते है । लेकिन youtube पर हमे वो बहुत ही आसानी और अच्छी क्वालिटी में मिल जाते है लेकिन समस्या ये आती है की हम उन्हें डाउनलोड नहीं कर  पाते जबकि youtube  से विडियो डाउनलोड करना बाकी साइट्स के अपेक्षा बेहद आसान है इसके लिए हमे एक सॉफ्टवेर डाउनलोड करना पड़ता है जिसे youtube downloader  कहते हैं।


फिर इसे इंस्टाल कर ले इंस्टाल करने के बाद youtube  से जो भी विडियो डाउनलोड करनी है उसे youtube  में ढूंढे   



हम youtube से गाने के यूआरएल कोड को कॉपी करेंगे  





youtube  downloader

फिर हम youtube  downloader  को खोलेंगे फिर उसमे इस कोड को पेस्ट देंगे 

फिर डाउनलोड पर क्लिक कर देंगे और डाउनलोडिग शुरू हो जाएगी 






ऐसे ही आप और भी ढेर शेयर विडियोज डाउनलोड कर सकते है 



2.


यू- ट्यूब हमेशा से ही वीडियो की सबसे बेस्‍ट वेबसाइट रही है जिसमें आप हर कैटेगिरी के वीडियो देखने के साथ डाउनलोड कर सकते हैं। जहां तक वीडियो देखने की बात है इसके लिए बस आपके पास इंटरनेट कनेक्‍शन होना चाहिए लेकिन अगर वीडियो डाउनलोड करना पड़े तो काफी मुश्‍किल होती है इसके लिए हम इधर-उधर लोगों से पूछते फिरते हैं कि भाई यू ट्यूब से वीडियो कैसे डाउनलोड करें।
इसके लिए आपको अलग से कोई सॉफ्टवेयर खरीदने की जरूरत नहीं, नीचे दी गई स्‍लाइड में हम आपको कुछ तरीकों के बारे में बता रहे हैं जिन्‍हें आप अपने ब्राउजर और सुविधा अनुसार यू ट्यूब के वीडियो डाउनलोड करने के लिए ट्राइ कर सकते हैं।


 Keepvid.com यू ट्यूब वीडियो डाउनलोड करने की सबसे बेस्‍ट वेबसाइट है जिसकी मदद से आप बड़ी आसान से अलग-अलग क्‍वालिटी के यू ट्यूब वीडियो डाउनलोड कर सकते हैं। इसके लिए बस वेबसाइट को ओपेन करें और तो भी वीडियो डाउनलोड करना है उसके यू आरएल को कॉपी करके साइट में दिए गए डाउनलोड बार में जाकर डाउनलोड करें।



Savevid.com यू ट्यूब वीडियो डाउनलोड करने की सबसे बेस्‍ट वेबसाइट है जिसकी मदद से आप बड़ी आसान से अलग-अलग क्‍वालिटी के यू ट्यूब वीडियो डाउनलोड कर सकते हैं। इसके लिए बस वेबसाइट को ओपेन करें और तो भी वीडियो डाउनलोड करना है उसके यू आरएल को कॉपी करके साइट में दिए गए डाउनलोड बार में जाकर 



इन सभी Sits से आप  Video downlode कर सकते हैँ और विडियो अपने Fromat मे Downlode कर सकते हैँ




ऐसे ही आप और भी ढेर शेयर विडियोज डाउनलोड कर सकते है आप को हमारी ये पोस्ट कैसी लगी हमे कमेन्ट करके बताये I














Monday, October 20, 2014

इस तरह प्रकट हुआ था वृंदावन के बांके बिहारी जी का विग्रह


वृंदावन में बांके बिहारी जी का एक भव्य मंदिर है। इस मंदिर में बिहारी जी की काले रंग की एक प्रतिमा है। इस प्रतिमा के विषय में मान्यता है कि इस प्रतिमा में साक्षात् श्री कृष्ण और राधा समाए हुए हैं। इसलिए इनके दर्शन मात्र से राधा कृष्ण के दर्शन का फल मिल जाता है।


इस प्रतिमा के प्रकट होने की कथा और लीला बड़ी ही रोचक और अद्भुत है इसलिए हर साल मार्गशीर्ष मास की पंचमी तिथि को बांके बिहारी मंदिर में बांके बिहारी प्रकटोत्सव मनाया जाता है। यह तिथि इस वर्ष 7 दिसंबर को है।



बांके बिहारी के प्रकट होने की कथा


 संगीत सम्राट तानसेन के गुरू स्वामी हरिदास जी भगवान श्री कृष्ण के अनन्य भक्त थे। इन्होंने अपने संगीत को भगवान को समर्पित कर दिया था। वृंदावन में स्थित श्री कृष्ण की रासस्थली निधिवन में बैठकर भगवान को अपने संगीत से रिझाया करते थे।


भगवान की भक्त में डूबकर हरिदास जी जब भी गाने बैठते तो प्रभु में ही लीन हो जाते। इनकी भक्ति और गायन से रिझकर भगवान श्री कृष्ण इनके सामने आ जाते। हरिदास जी मंत्रमुग्ध होकर श्री कृष्ण को दुलार करने लगते। एक दिन इनके एक शिष्य ने कहा कि आप अकेले ही श्री कृष्ण का दर्शन लाभ पाते हैं, हमें भी सांवरे सलोने का दर्शन करवाएं।



इसके बाद हरिदास जी श्री कृष्ण की भक्ति में डूबकर भजन गाने लगे। राधा कृष्ण की युगल जोड़ी प्रकट हुई और अचानक हरिदास के स्वर में बदलाव आ गया और गाने लगे- 



'भाई री सहज जोरी प्रकट भई, जुरंग की गौर स्याम घन दामिनी जैसे। प्रथम है हुती अब हूं आगे हूं रहि है न टरि है तैसे।। अंग अंग की उजकाई सुघराई चतुराई सुंदरता ऐसे। श्री हरिदास के स्वामी श्यामा पुंज बिहारी सम वैसे वैसे।।'



श्री कृष्ण और राधा ने हरिदास के पास रहने की इच्छा प्रकट की। हरिदास जी ने कृष्ण से कहा कि प्रभु मैं तो संत हूं। आपको लंगोट पहना दूंगा लेकिन माता को नित्य आभूषण कहां से लाकर दूंगा। भक्त की बात सुनकर श्री कृष्ण मुस्कुराए और राधा कृष्ण की युगल जोड़ी एकाकार होकर एक विग्रह रूप में प्रकट हुई। हरिदास जी ने इस विग्रह को बांके बिहारी नाम दिया।


जब गवाही देने अदालत पहुंचे बांके बिहारी


कृष्णभक्तों में खासतौर पर बिहारीजी के भक्तों में एक कथा प्रचलित है। एक गरीब ब्राह्मण बांके बिहारी का भक्त था। एक बार उसने किसी महाजन से कुछ रुपये उधार लिए। हर महीने वह थोड़ा-थोड़ा करके कर्ज चुकाया। आखिरी किस्त के पहले महाजन ने उसे अदालती नोटिस भिजवा दिया कि उधार बकाया है और पूरी रकम व्याज सहित वापस करे।

ब्राह्मण परेशान हो गया। महाजन के पास जा कर उसने बहुत सफाई दी पर कोई असर नहीं हुआ। मामला कोर्ट में पहुंचा। कोर्ट में भी ब्राह्मण ने जज से वही बात कही, मैंने सारा पैसा चुका दिया है। जज ने पूछा, कोई गवाह है जिसके सामने तुम महाजन को पैसा देते थे। कुछ सोचकर उसने बिहारीजी मंदिर का पता बता दिया।

अदालत ने मंदिर का पता नोट करा दिया। अदालत की ओर से मंदिर के पते पर सम्मन जारी कर दिया गया। वह नोटिस बिहारीजी के सामने रख दिया गया। बात आई गई हो गई। गवाही के दिन एक बूढ़ा आदमी जज के सामने गवाह के तौर पर पेश हुआ। उसने कहा कि पैसे देते समय मैं साथ होता था और इस-इस तारीख को रकम वापस की गई थी।

जन्माष्टमी विशेषः राधा कृष्ण के मिलन की अद्भुत कहानियां


जज ने सेठ का बही- खाता देखा तो गवाही सही निकली। रकम दर्ज थी, नाम फर्जी डाला गया था। जज ने ब्राह्मण को निर्दोष करार दिया। लेकिन उसके मन में यह उथल पुथल मची रही कि आखिर वह गवाह था कौन। उसने ब्राह्मण से पूछा। ब्राह्मण ने बताया कि बिहारीजी के सिवा कौन हो सकता है।

इस घटना ने जज को इतना विभोर कर दिया किया कि वह इस्तीफा देकर, घर-परिवार छोड़कर फकीर बन गया। कहते है कि वही न्यायाधीश बहुत साल बाद पागल बाबा के नाम से वृंदावन लौट कर आया।


वापस गोकुल चल मथुराराज...

वृंदावन। क्या कभी ऐसा भी हो सकता है, जहां भगवान भक्तों की भक्ति से अभिभूत होकर या उनकी व्यथा से द्रवित हो भक्तों के साथ ही चल दें? वृदांवन का मशहूर बांके बिहारी मंदिर एक ऐसा ही मंदिर माना जाता है, जिसके बारे में कहा जाता है कि बांके बिहारी जी भक्तों की भक्ति से इतना प्रभावित हो जाते हैं कि मंदिर में अपने आसन से उठकर भक्तों के साथ हो लेते हैं, इसीलिए मंदिर में उन्हें परदे में रखकर उनकी क्षणिक झलक ही भक्तों को दिखाई जाती है। 
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पुजारियों का एक समूह दर्शन के वक्त लगातार मूर्ति के सामने पड़े पर्दे को खींचता-गिराता रहता है और उनकी एक झलक पाने को बेताब श्रद्धालु दर्शन करते रहते हैं और बांके बिहारी हैं, जो अपनी एक झलक दिखाकर पर्दे में जा छिपतें हैं। लोक कथाओं के अनुसार कई बार बांके बिहारी कृष्णऐसा कर भी चुके हैं, मंदिर से गायब हो चुके हैं, इसीलिए ये पर्देदारी की जाती है।

एक शृद्धालु के अनुसार' मंदिर मे दर्शनार्थ आए श्रद्धालु बार-बार उनकी झलक पाना चाहते हैं लेकिन पलक झपकते ही वो अंतर्ध्यान हो जाते हैं। उनके पास खड़े एक श्रद्धालु बताते हैं कि ऐसे ही हैं हमारे बांके बिहारी... सबसे अलग, सबसे अनूठे। 

ये पर्दा डाला ही है इसलिए कि भक्त बिहारी जी से ज़्यादा देर तक आँखे चार न कर सकें क्योंकि कोमल हृदय बिहारी जी भक्तों की भक्ति व उनकी व्यथा से इतना द्रवित हो जाते हैं कि मंदिर मे अपने आसन से उठकर भक्तों के साथ हो लेते हैं। वो कई बार ऐसा कर चुके हैं, इसलिए अब ये पर्दा डाल दिया गया है ताकि वे टिककर बैठे उनका भोला सा स्पष्टीकरण है 'अगर ये एक भक्त के साथ चल दिए तो बाकियों का क्या होगा?'

विस्मित से भक्त बता रहे हैं, एक बार राजस्थान की एक राजकुमारी बांके बिहारी जी के दर्शनार्थ आईं लेकिन वो इनकी भक्ति में इतनी डूब गई कि वापस जाना ही नहीं चाहती थीं। परेशान घरवाले जब उन्हें जबरन घर साथ ले जाने लगे तो उसकी भक्ति या कहें व्यथा से द्रवित होकर बांके बिहारी जी भी उसके साथ चल दिए। 

इधर मंदिर में बांके बिहारी जी के गायब होने से भक्त बहुत दु:खी थे। आखिरकार समझा बुझाकर उन्हें वापस लाया गया। भक्त बताते हैं कि उन पर यह पर्दा तभी से डाल दिया गया, ताकि बिहारी जी फिर कभी किसी भक्त के साथ उठकर नहीं चल दें और भक्त उनके क्षणिक दर्शन ही कर पाएं, सिर्फ झलक ही देख पाएं।

यह भी कहा जाता है कि उन्हें बुरी नजर से बचाने के लिए पर्दा रखा जाता है क्योंकि बाल कृष्ण को कहीं नजर न लग जाए। बंगाल से आए एक भक्त बताया कि सिर्फ जन्माष्टमी को ही बांके बिहारी जी के रात को महाभिषेक के बाद रात भर भक्तों को दर्शन देते हैं और तड़के ही आरती के बाद मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं।

वैसे मथुरा वृंदावन में जन्माष्टमी का उत्सव पर्व से सात आठ दिन पहले ही शुरू हो जाता है। कहा जाता है कि सन 1863 में स्वामी हरिदास को बांके बिहारी जी के दर्शन हुए थे। तब यह प्रतिमा निधिवन में थी, पर गोस्वामियों के एक वर्ष बाद इस मंदिर को बनवाने के बाद इस प्रतिमा को इस मंदिर मे प्रतिष्ठापित किया गया। 

पूरे वृंदावन में कृष्ण लीला का तिलिस्म चप्पे-चप्पे पर बिखरा हुआ है। कृष्ण का अपने भक्तों के साथ जो अनन्य प्रेम है उसको लेकर भी कई कहानियां और कई किस्से हैं...


राजस्थान के एक भक्त बताते है कि यह मंदिर शायद अपनी तरह का पहला मंदिर है, जहाँ सिर्फ इस भावना से कि कहीं बांके बिहारी की नींद मे खलल न पड़ जाए इसलिए सुबह घंटे नही बजाए जाते बल्कि उन्हें हौले-हौले एक बालक की तरह उन्हें दुलार कर उठाया जाता है, इसी तरह संझा आरती के वक्त भी घंटे नहीं बजाए जाते ताकि उनकी शांति में कोई खलल न पड़े।

गुजरात के एक भक्त बताते है 'यह जानकर शायद आप हैरान हो जाएंगे कि बांके बिहारी जी आधी रात को गोपियों के संग रासलीला करने निधिवन में जाते हैं और तड़के चार बजे वापस लौट आते हैं।' 

विस्फरित नेत्रों से अपनी व्याख्या को वे और आगे बढ़ाते हुए बताते हैं 'ठाकुर जी का पंखा झलते-झलते एक सेवक की अचानक आँख लग गई, चौंककर देखा तो ठाकुर जी गायब थे पर भोर चार बजे अचानक वापस आ गए। अगले दिन वही सब कुछ दोबारा हुआ तो सेवक ने ठाकुर जी का पीछा किया और ये राज़ खुला कि ठाकुर जी निधिवन में जाते हैं।' तभी से सुबह की मंगल आरती की समय थोड़ा देर से कर दिया, जिससे ठाकुर जी की अधूरी नींद पूरी हो सके।

अकसर भक्तगण कान्हा की बांसुरी की धुन, निधिवन में नृत्य की आवाज़ें आदि के बारे मे किस्से यह कहकर सुनाते हैं कि 'हमे किसी ने बताया है।' ऐसे कितने ही किस्से कहानियां वृंदावन के चप्पे-चप्पे पर बिखरी हुई हैं।'

कितनी ही 'मीराएं' वृंदावन में आपको कृष्ण के सहारे ज़िंदगी की गाड़ी को आगे बढ़ाती हुई नज़र आएंगी। इस जीवन में कृष्ण ही इनके जीवन का सहारा है। 

अचानक मंदिर में भक्तों का हुजम दिखाई देता है...राधे राधे, जय हो बांके बिहारी के जयघोष के बीच, मंदिर के प्रांगण के एक कोने से, मद्धम से स्वर में भजन सुनाई देता है... हमसे परदा करो न हे मुरारी, वृदांवन के हो बांके बिहारी...।

चांदी से बाल, सफेद धोती दमकते, माथे पर चंदन का टीका, आंखों से बरसते आंसुओं के बीच मूर्तिस्थल की तरफ लगातार देखती हुई बहुत धीमी आवाज़ में भजन गाती एक ऐसी ही एक मीरा...हमसे परदा करो न हे मुरारी, वृदांवन के हो बांके बिहारी...

साध्वी पर्दे के पीछे की बांके बिहारी जी की इसी लुका-छिपी से व्यथित होकर ही सम्भवत: बरसती आंखों से गुहार कर रही थीं। बांके बिहारी की एक झलक दर्शन के बाद मंदिर से वापसी... मंदिर के बाहर निकलते ही संकरी सी गली में बनी किसी दुकान पर शुभा मुदगल की आवाज़ में गाया गया गीत माहौल मे एक अजीब सी शांति और अजीब सी बेचैनी बिखेर रहा है... 'वापस गोकुल चल मथुराराज...., राजकाज मन न लगाओ, मथुरा नगरपति काहे तुम गोकुल जाओ?'.. शृद्धालुयों के हुजूम तेज़ी से मंदिर की ओर बढ़ रहे हैं..


बांके बिहारी मंदिर में इसी विग्रह के दर्शन होते हैं। बांके बिहारी के विग्रह में राधा कृष्ण दोनों ही समाए हुए हैं। जो भी श्री कृष्ण के इस विग्रह का दर्शन करता है उसकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। भगवान श्री कृष्ण अपने भक्त के कष्टों दूर कर देते हैं।












Saturday, October 18, 2014

पाकिस्तान में लोमड़ी के जैसा है इस औरत का शरीर








कराची: क्या आपने ऐसा कोई इंसान देखा है जिसका सिर इंसान के जैसा और बाकी शरीर एक लोमड़ी की तरह हो? शायद आपका जवाब न हो। 

डेली मेल में छपी खबर के अनुसार, पाकिस्तान में कराची के एक जू में मुमताज बेगम नाम की ऐसी औरत रहती है। उसकी खासियत की वजह से रोज लाखों लोग मिलने और देखने आते हैं। मुमताज को लोग हाफ फॉक्स और हाफ लेडी के नाम से जानते हैं।

दरअसल, मुमताज बेगम एक खास तरीके के ऐसे बेड में बैठती हैं, जिस पर बस उसका सिर ही दिखता है और बाकी शरीर बेड के अंदर रहता है। इसके अलावा उसके सिर के बगल में एक लोमड़ी की चमड़ी वाला नकली जानवर बैठा रहता है। देखने में ऐसा ही लगता है कि वह औरत गले तक इंसान और बाकी शरीर से लोमड़ी। इतना ही नहीं, वह आते-जाते लोगों से बात कर उनकी किस्मत भी बताती है। 

हालांकि उन्हें देखने पर सारी सच्चाई पता चल जाती है फिर भी लोगों को उन्हें देखने का पागलपन सवार रहता है। वह उनसे मिलने आते हैं। मुमताज बेगम को भी अपना ये काम कई सालों से खूब पसंद हैं।



वीडीयो देखें


OMG! नाक में उग आया दांत


 OMG! नाक में उग आया दांत





















गर्मियों के दिनों में ज्यादा गर्मी के कारण कई बार नाक में खून आना तो समान्य बात है लेकिन बिना कारण के नाक में खून बहने कुछ से बात लगता है। इसी तरह एक लड़के के बिना किस रोग के नाक में खून का बहना डॉक्टर को भी समझ नहीं आया। 
 
डॉक्टरों ने जब उस लड़के की जांच की तो उसके नाक के अंदर एक बढ़ता हुआ दांत मिला। दांत लगभग एक सेंटीमीटर का था। लड़के को जनरल एनेथिशिया दिया गया और नाक से दांत निकाल बाहर किया गया।  डॉक्टर इस बात को देखकर काफी हैरान है कि दांत कैसे उग गया और यह दांत काफी बढ़ रहा है। दांत पिछले तीन सालों से बढ़ रहा था और इसका पता नहीं चलाया जा सका। 
 
एक डेंटिस्ट ने बताया कि 3.9 प्रतिशत लोगों को जरूरत से ज्यादा दांत होते हैं। ये कहीं पर भी निकल आते हैं। ऐसे में ही दांत के ऊपर दांत निकलने की बात आती है। इसी में से कुछ लोग मीसायोडेंस से पीड़ित होते हैं। इनके दांत मुंह में पीछे की तरफ निकलते हैं। इस लड़के के दांत मुंह में पीछे की तरफ ना निकलकर नाक तक जा पहुंचा।

दुनिया का सबसे बड़ा हाथों वाला लड़का




 हम सबका ये मानना है कि इन्सान गल्तियों का पुतला है लेकिन कभी कभी ऐसा लगता है कि भगवान से भी गल्तियां हो जाती हैं। ऐसा ही एहसास करवाता है भारत के एक गांव का ये अनोखा बच्चा, कलीम। 

कलीम आम बच्चों की तरह ही है लेकिन अगर कुछ आम नहीं है तो वो हैं उसके हाथ जो उसके सिर से भी बड़े हैं वो न तो अच्छे से खाना खा सकता है और न ही बाकी बच्चों के साथ खेल सकता है। उसकी मां का कहना है कि जन्म के समय ही उसके हाथों का आकार बहुत बड़ा था और तबसे ये आकार बढ़ता ही जा रहा है।

कलीम अब तक शिक्षा से भी वंचित है। उसने बताया कि वो स्कूल इसलिए नहीं जाता क्यूंकि बाकी बच्चे उसके हाथों से डरते हैं। कलीम के मां बाप उसकी इस मुसीबत का हल ढूंढने डॉक्टर के पास भी गए लेकिन डाक्टर भी उसकी बीमारी समझ नहीं पा रहे हैं।  अब ये गरीब मां बाप मदद की गुहार लगा रहे हैं कि कोई फरिश्ता आए और उनके बच्चे का इलाज करवा के उसे एक नई ज़िंदगी दे।

आपने देखा है कभी उल्टे मुंह वाला शख्स

Independent: He cannot use a wheelchair because of his unusual shape, making it hard for him to be independent outside the home - but he begged his mother to be allowed to go to school and learn with the other children
Rare disease: Doctors have recently diagnosed him with a rare condition called congenital arthrogryposis, which they say left him with multiple joint contractions in his legs and arms meaning they cannot extend properly     Rare disease: Doctors have recently diagnosed him with a rare condition called congenital arthrogryposis, which they say left him with multiple joint contractions in his legs and arms meaning they cannot extend properly
Motivational: His independence saw him succeeding at school and qualifying as an accountant from the State University of Feira de Santana where he regularly returns to give motivational talks (pictured)
Popular: Claudio has never let his disabilities prevent him from enjoying a full and busy life (pictured with a friend in December last year)
Survivor: Doctors told his mother, Maria Jose Vieira Martins (far left), to stop feeding him as a newborn as they believed he had no chance of survival (pictured with her and members of his family)
Resourceful: Claudio Vieira de Oliveira has a rare degenerative disease of the joints that has left him without the use of his limbs ... and an upside-down head


आपने कुदरत के काफी करिश्मे तो देखे होंगे पर उनमें से ही एक है ये शख्स जो ब्राजील में रहने वाला है। यें शख्स जिसके शरीर के कुछ अंग टेढ़े मेढ़े है।जब इस लड़के का जन्म हुआ था तभी से डाक्टरों ने इसे मृत जैसा घोषित कर दिया था क्योंकि एेसे बच्चे का जिंदा रहना असंभव था ।

इसका मुंह उल्टा होने के कारण इसे हर काम में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।लेकिन इस बच्चे ने हिम्मत न हार कर अपने जीवन को इतना सरल बना लिया कि आज यें 37 साल की उम्र में पहुंच कर भी क्लाडियो विएरा डी ओलिवेरा हर काम बिल्कुल ठीक तरह करते है और बाकी लोगों को जीने का तरीका बताते है।सबसे बड़ी हैरानी की बात तो यें है कि यें अपना सारी वस्तुएं उठाने के लिए अपने मुंह का इस्तेमाल करते है।आपको बता दें कि  क्लॉडिया ने 8 साल की उम्र में चलना सीखा।

अपनी अजीब बॉडी शेप की वजह से वह व्हीलचेयर का भी इस्तेमाल नहीं कर सकता था। आज वह पेशे से एक अकाउंटेंट और मोटिवेशनल स्पीकर ओलिवेरा पेन, कंप्यूटर माऊस और मोबाइल फोन पकड़ने के लिए अपने मुंह का इस्तेमाल करता है।क्लोडिया कहते हैं कि वह बचपन में हमेशा खुद को किसी न किसी काम में व्यस्त रखता था। एक एक करके उन्होंने रोजमर्रा के सभी काम सीख लिए। वह खुद को स्वस्थ आदमी मानते हैं। एक खास बात जो वह हमेशा अपने भाषण में बताते हैं कि वह अपने उलटे मुंह होने के बावजूद चीजों को उलटा नहीं देखता।

Friday, October 17, 2014

ऐसी मजेदार चीजें जो सिर्फ भारत में ही दिखेंगी!

1.

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यहां कुत्ते से भी शादी की जा सकती है।

2.


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यहां कई बार पैसे भी देने की जरूरत नहीं होती। बस ऐसे ही मिल बांट कर काम चल जाता है। 


3.


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जहां कुत्ता ट्रैफिक पुलिस बन जाता है और किसी को पता भी नहीं चलता है। 


4.

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जहां सोशल मीडिया का एक अलग ही क्रांतिकारी इस्तेमाल देखने को मिल रहा है। 


5.


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जहां हैरी पॉटर के हाथ में जादुई छड़ी की जगह झाड़ू भी दिख सकता है। 


6.


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जहां ऐसे अजीब साइन बोर्ड भी देखने को मिल सकते हैं।


7.



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जहां आपको विज्ञापन के कुछ बेहतरीन आडियाज भी देखने को मिल सकते हैं।


8.



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जहां एटीएम के गार्ड्स हैं कुछ निराले।


9.


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जहां जुगाड़ का स्तर कुछ ज्यादा ही ऊंचा है।



10.


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जहां पूरा परिवार एक ही बाइक पर सवार मिलेगा।